हनुमान चालीसा एक मानव जीवन भक्ति भजन है जो भगवान हनुमान को समर्पित है, जो एक हिंदू देवता हैं जो अपनी ताकत, भक्ति और वफादारी के लिए जाने जाते हैं। माना जाता है कि 16वीं शताब्दी में रहने वाले कवि-संत तुलसीदास ने इस प्रार्थना की रचना की थी। हनुमान चालीसा हिंदुओं के बीच व्यापक रूप से लोकप्रिय है और अक्सर सौभाग्य, आध्यात्मिकता और सुरक्षा बढ़ाने के लिए इसका पाठ किया जाता है।
हम इस पोस्टर में हनुमान चालीसा को पीडीएफ प्रारूप में साझा करेंगे। आप इस पीडीऍफ़ को डाउनलोड करके अपने फोन में रख सकते हैं और आप जहां भी जाएंगे, यह पवित्र प्रार्थना के रूप में हमेशा आपके साथ रहेगा और आप इसे आसानी से कभी भी पढ़ और प्रार्थना कर सकते हैं।
हनुमान चालीसा पीडीएफ डाउनलोड करने के लिए नीचे दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करके हमारा पोस्टर डाउनलोड करें। और एक बार हनुमान चालीसा डाउनलोड हो जाने के बाद इसे बड़ी आसानी से प्रिंट और पढ़ा जा सकता है।
इस पीडीएफ में विभिन्न भाषाओं में हनुमान चालीसा के विभिन्न अनुवाद और व्याख्याएं हैं। हालाँकि, प्रार्थना का मुख्य पाठ हिंदी में है।
Hanuman Chalisa PDF in Hindi
Hanuman Chalisa is a human life devotional hymn dedicated to Lord Hanuman, a Hindu deity known for his strength, devotion and loyalty. Poet-saint Tulsidas, who lived in the 16th century, is believed to have composed this prayer. Hanuman Chalisa is widely popular among Hindus and is often recited to increase good fortune, spirituality and protection.
We will share Hanuman Chalisa in PDF format in this poster. You can download this pdf and keep it on your phone and wherever you go, it will always be with you as a holy prayer and you can easily read and pray it anytime.
To download Hanuman Chalisa PDF, download our poster by clicking on download button below. And once the Hanuman Chalisa is downloaded, it can be printed and read very easily.
This PDF contains various translations and interpretations of Hanuman Chalisa in different languages. However, the main text of the prayer is in Hindi.
Hanuman Chalisa PDF - हनुमान चालीसा डाउनलोड करनी है
श्री हनुमान चालीसा
दोहा
श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुर सुधारि.
बरनउँ रघबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि.
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार.
बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस विकार.
चौपाई
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुँ लोक उजागर.
राम दूत अतुलित बल धामा, अंजनी पुत्र पवन सुत नामा.
महाबीर बिक्रम बजरंगी, कुमति निवार सुमति के संगी.
कंचन बरन बिराज सुबेसा, कानन कुंडक कुंचित केसा.
हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै, काँधे मूँज जनेऊ साजै.
संकर सुमन केसरीनंदन, तेज प्रताप महा जग बंदन.
बिद्यावान गुनी अति चातुर, राम काज करिबे को आतुर.
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया, राम लखन सीता मन बसिया.
सूक्ष्म रुप धरि सियहिं दिखावा, बिकट रुप धरि लंक जरावा.
भीम रुप धरि असुर सँहारे, रामचन्द्र के काज सँवारे.
लाय सजीवन लखन जियाये, श्री रघुबीर हराषि उर लाये.
रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई, तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई.
सहस बदन तुम्हरो जस गावैं, अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं.
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा, नारद सारद सहित अहीसा.
जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते, कबि कोबिद कहि सके कहाँ ते.
तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा, राम मिलाय राज पद दीन्हा.
तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना, लंकेस्वर भए सब जग जाना.
जुग सहस्त्र जोजन पर भानू, लील्यो ताहि मधुर फल जानू.
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं, जलधि लाँघि गये अचरज नाहीं.
दुर्गम काज जगत के जेते, सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते.
राम दुआरे तुम रखवारे, होत न आज्ञा बिनु पैसरे.
सब सुख लहै तुम्हारी सरना, तुम रच्छक काहू को डर ना.
आपन तेज सम्हारो आपै, तीनों लोक हाँक ते काँपै.
भूत पिचास निकट नहिं आवै, महाबीर जब नाम सुनावै.
नासै रोग हरै सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत बीरा.
संकट से हनुमान छुड़ावै, मन क्रम बचन ध्यान जो लावै.
सब पर राम तपस्वी राजा, तिन के काज सकल तुम साजा.
और मनोरथ जो कोई लावै, सोइ अमित जीवन फल पावै.
चारों जुग प्रताप तुम्हारा, हे प्रसिद्ध जगत उजियारा.
साधु संत के तुम रखवारे, ससुर निकंदन राम दुलारे.
अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता, अस बर दीन जानकी माता.
राम रसायन तुम्हरे पासा, सदा रहो रघुपति के पासा.
तुम्हरे भजन राम को पावै, जनम जनम के दुख बिसरावे.
अंत काल रघुबर पुर जाई, जहाँ जन्म हरि भक्त कहाई.
और देवता चित्त न धरई, हनुमत से सब सुख करई.
संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमिरै हनुमंत बलबीरा.
जै जै जै हनुमान गोसाई, कृपा करहु गुरु देव की नाई.
जो सत बार पाठ कर कोई, छूटहि बंदि महा सुख होई.
जो यह पढ़े हनुमान चालीसा, होय सिद्धि साखी गौरीसा.
तुलसीदास सदा हरि चेरा, कीजै नाथ ह्दय महँ डेरा.
दोहा
पवनतनय संकट हरन, मंगल मूरति रुप
राम लखन सीता सहित, ह्रदय बसहु सुर भूप
What is Hanuman Chalisa
Hanuman Chalisa is a sacred Hindu prayer dedicated to Lord Hanuman, a Hindu deity renowned for his strength, devotion and loyalty. Since ancient times it is believed that the Hanuman Chalisa was composed by Tulsidas, a poet-saint who lived in the 16th century. This devotional hymn is highly revered by Hindus all over the world.
Consisting of 40 verses, each extolling the virtues and achievements of Lord Hanuman, the Hanuman Chalisa is prayed and recited daily. The prayer is known for its simplicity but profound language, written in Awadhi, a dialect of Hindi, and containing several Sanskrit mantras and phrases.
Hanuman Chalisa is often chanted in groups during religious gatherings and festivals. Many devotees believe that reciting Hanuman Chalisa brings good luck, protection and blessings of Lord Hanuman and makes life easier. It is also believed to be effective in overcoming life’s difficult obstacles, pains and difficulties and in promoting mental and physical strength, well-being.
Thus, the Hanuman Chalisa is a very important revered prayer among Hindus, and is considered an essential part of the religious and cultural heritage of Hindu India.
हनुमान चालीसा एक पवित्र हिंदू प्रार्थना है जो भगवान हनुमान को समर्पित है, जो एक हिंदू देवता हैं जो अपनी ताकत, भक्ति और वफादारी के लिए प्रसिद्ध हैं। प्राचीन काल से ही यह माना जाता है कि हनुमान चालीसा की रचना 16वीं शताब्दी के कवि-संत तुलसीदास ने की थी। यह भक्ति भजन पूरे विश्व में हिंदुओं द्वारा अत्यधिक पूजनीय है।
40 श्लोकों से मिलकर, प्रत्येक में भगवान हनुमान के गुणों और उपलब्धियों का गुणगान किया जाता है, हनुमान चालीसा की प्रार्थना की जाती है और प्रतिदिन इसका पाठ किया जाता है। प्रार्थना अपनी सरलता लेकिन गहन भाषा के लिए जानी जाती है, जो हिंदी की एक बोली, अवधी में लिखी गई है, और इसमें कई संस्कृत मंत्र और वाक्यांश शामिल हैं।
हनुमान चालीसा का पाठ अक्सर धार्मिक समारोहों और त्योहारों के दौरान समूहों में किया जाता है। कई भक्तों का मानना है कि हनुमान चालीसा का पाठ करने से भगवान हनुमान का सौभाग्य, सुरक्षा और आशीर्वाद मिलता है और जीवन आसान हो जाता है। यह जीवन की कठिन बाधाओं, पीड़ाओं और कठिनाइयों पर काबू पाने और मानसिक और शारीरिक शक्ति, कल्याण को बढ़ावा देने में भी प्रभावी माना जाता है।
इस प्रकार, हनुमान चालीसा हिंदुओं के बीच एक बहुत ही महत्वपूर्ण श्रद्धेय प्रार्थना है, और इसे हिंदू भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत का एक अनिवार्य हिस्सा माना जाता है।